प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी कल यानी 1 अक्टूबर, 2019 को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में ‘आरोग्य मंथन’ के समापन समारोह की अध्यक्षता करेंगे। दो दिवसीय आरोग्य मंथन समारोह का आयोजन आयुष्मान भारत पीएम-जेएवाई का एक साल पूरा होने के अवसर… Read More...
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई की पहली वर्षगांठ के अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला 'आरोग्य मंथन' का आज उद्घाटन किया।… Read More...
94वां सैन्य नर्सिंग सेवा स्थापना दिवस कल 1 अक्टूबर, 2019 को मनाया जाएगा। इस अवसर पर फ्लोरेंस नाइटएंगल शपथ का पाठन करके नर्सिंग अधिकारी अपने मरीजों की उच्च गुणवत्ता वाली निस्वार्थ सेवा-सुश्रुषा की प्रतिबद्धता दोहराएंगे। अतिरिक्त महानिदेशक… Read More...
कृषि, सहयोग एवं किसान कल्याण विभाग ने गत 23 सितम्बर को वर्ष 2019-20 के लिए प्रमुख खरीफ फसलों की पैदावार के प्रथम अग्रिम अनुमान जारी किए। विभिन्न फसलों की पैदावार का आकलन राज्यों से प्राप्त जानकारियों (फीडबैक) पर आधारित है और अन्य… Read More...
बचपन की यादें! बहुत अनमोल, बहुत मीठी… शेयरिंग इज़ केयरिंग का फलसफा हम भाई बहनों के बीच शायद अपने आप से ही था। शरारतें तो बहुत होती थीं पर एक दूसरे की परवाह भी उतनी ही थी। हर काम को मिल-बांटकर कर लेना और एक दूसरे की ज़रूरत का ध्यान रखना, कभी… Read More...
बात चले गेहूँ की तो दलिया, घुघरी, गुड़ धनिया, प्रचलित हैं या फिर चलन है गेहूँ के आटे से बने विविध व्यंजन जैसे रोटी, पूड़ी, पराठा, हलवा और इस तरह के कई और। पर जब बात हो गेहूँ की हरी बालियों की तो एक और चीज़ जो बहुत पुराने समय से प्रचलन में रही… Read More...
इस अवसर पर होम्योपैथी के क्षेत्र में असाधारण कार्यों को मान्यता देने के उद्देश्य से, होम्योपैथी से संबंधित आयुष पुरस्कार – लाईफ टाइम अचिवमेंट, बेस्ट टीचर, युवा वैज्ञानिक और सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान प्रदान किया जायेगा। इस बार विश्व… Read More...
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जैव चिकित्सा अनुसंधान करियर कार्यक्रम (बीआरसीपी) और वेलकम ट्रस्ट (डब्ल्यूटी)/डीबीटी इंडिया एलायंस को इसकी आरम्भिक 10 वर्षीय अवधि (2008-09 से 2018-19 तक) से आगे बढ़ाकर… Read More...
वो चुलबुली गुदगुदा देने वाली बचपन की यादें। माँ का आँचल और पापा की गोद की गर्माहट जब भी याद करती हूँ तो मन खुशियों से भर जाता है। छोटे भाई बहनों के साथ वो कोमल नटखट शरारतें भी याद आ जाती हैं। यूँ तो हम लोग दो बहनें और एक भाई हैं पर मेरे बड़े… Read More...
बचपन... याद आते ही जीवन के सबसे खुशनुमा दौर की यादें आँखों के सामने तैरने लगती हैं। निश्चित ही ये जीवन का सबसे बेफ़िक्री वाला समय होता है। बावजूद इसके, बचपन की तमाम अच्छी-बुरी, खट्टी-मीठी घटनाएँ हमारे दिल-ओ-दिमाग में सदा-सदा के लिए बस जाती… Read More...