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कुपोषण पर वार, बथुआ भी दमदार
कुपोषण शरीर में बहुत सी समस्याओं और बीमारियों का कारण होता है। एनीमिया, मोटापा, रतौंधी, कैल्शियम की कमी, हृदय रोग, कई तरह के कैंसर, मधुमेह का एक मुख्य कारण कुपोषण है। बथुआ पत्तेदार सब्जी (शाक या साग) में एक जाना पहचाना नाम है। पोषक तत्वों…
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भुने चने के साथ लहसुन – हरी मिर्च की चटनी क्या कहने
बदलता मौसम हो या शाम की चाय का समय चना-चबैना-भूजा का दौर हमारी आहार परम्परा का हिस्सा रहा है और आज भी है। अगर सेहत के लिहाज से देखा जाय तो ये पोषण और सेहत के लिए हर मौसम में बहुत ही मुफीद है। हाँ, ये जरूर है कि अलग आयु वर्ग में इसकी पसंद…
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ऊँमी से freekeh तक
बात चले गेहूँ की तो दलिया, घुघरी, गुड़ धनिया, प्रचलित हैं या फिर चलन है गेहूँ के आटे से बने विविध व्यंजन जैसे रोटी, पूड़ी, पराठा, हलवा और इस तरह के कई और। पर जब बात हो गेहूँ की हरी बालियों की तो एक और चीज़ जो बहुत पुराने समय से प्रचलन में रही…
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शरीफा – पहचान खोता गुणकारी फल
शरीफा जिसे अँग्रेजी में कस्टर्ड एपल या शुगर एपल भी कहते हैं घर के बागीचों में मिलने वाला यह पेड़ अब अपनी पहचान खोता जा रहा है। कुछ समय पहले तक चाहे शहर कस्बे में आसपास, मुहल्ले के बागीचे हो या गाँव घर की बाड़ियाँ किसी न किसी के यहाँ शरीफे का…
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कद्दू और फूल दोनों हैं वेरी कूल
कद्दू और उसके व्यंजन हर घर में प्रचलित हैं। चाहे कद्दू की सूखी सब्जी हो या रसेदार, सरसों के मसाले में हो या गरम मसाले में, पंचफोरन में पकाई जाये या सत फोरन में, हरे कद्दू की छिलके के साथ सब्जी हो या पके कद्दू की छिलका उतार कर बनाई हुई…
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जीमीकन्द – बड़े काम का कंद
जीमीकन्द जो सूरन नाम से भी प्रचलित है जमीन के नीचे उगने वाला कंद है। इसका कंद चपटा गोल गहरे भूरे या बादामी रंग का होता है। इसकी दो प्रजातियाँ प्रचलित हैं एक के कंद छोटे और दूसरे के आकार में काफी बड़े होते हैं। कंद के अंदर का रंग दो प्रकार का…
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कमरख बड़े काम का फल
इमली के ठेलों पर एक फल और साथ में दिखाई पड़ता है। ये पाँच फलकों में बटा हुआ हल्का पीले से गाढ़े पीले रंग का है। ये कमरख का पका फल है कच्चा फल हरे रंग का होता है। फल को गोलाई में काटने पर ये पाँच कोन वाले सितारे की तरह लगता है। कच्चा फल स्वाद…
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सिंघाड़ा बीमारी ही नहीं भगाता, सम्पूरक आहार भी है
सिंघाड़ा जिससे आमतौर पर सभी परिचित होंगे ही इस समय बाज़ारों में बहुतायत से उपलब्ध होता है। यह एक मौसमी फल जरूर है पर सूखे सिंघाड़े और सिंघाड़े का आटा पूरे साल दुकानों पर उपलब्ध रहता है। सिंघाड़े का उपयोग भोजन के रूप में कई प्रकार से होता है। इसे…
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पटुआ है पोषक तत्वों की खान
कुछ क्षेत्र विशेष में पटुआ नाम से पुकारा जाने वाला ये पेड़ मेस्टा (Mesta) की एक प्रजाति है। इसका हिन्दी नाम पिटवा (Pitwa) भी बताया गया है। इसे अँग्रेजी में केनफ़ (Kenaf) कहते है। पटुआ का पेड़ विशेष तौर पर जूट के विकल्प के तौर पर जाना जाता है…
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अगस्त रखे सेहत-स्वास्थ्य दुरुस्त
अगस्त खाने योग्य जंगली पादप श्रेणी का पेड़ है। यह सड़क किनारे, मैदानो या जंगलों में अपने आप उगा हुआ या लोगों के बाग-बगीचों में लगा हुआ भी मिल जाएगा। अगस्त के दो प्रकार के पेड़ पाये जाते हैं एक में सफ़ेद रंग के और दूसरे में गुलाबी या लाल रंग के…
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